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मेरे जज़्बात काश कोई जज़्बात मेरे समझ पाता, तुझसे उम्मीद है, पर तूने भी विश्वास ना किया, जाने ऐसी क्या बात हो गई, की तू मुझसे रूठा है पड़ा। बात को ...